Kya world cup dubara hoga 2023 final match : ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहला टी ट्वेंटी मैच जीता। रो पड़ेरिंकू सिंह ने कंगारुओं से वर्ल्ड कप में मिली फाइनल हार का बदला लेने पर जो कहा वह सुनकर।
130 करोड़ भारतीय कर रहे हैं सलाम। तो दोस्तो, आखिर क्या बोले रिंकू सिंह। वो तो आपको वीडियो में दिखाएंगे लेकिन उससे पहले आप सभी को क्या लगता है कि रिंकू सिंह, रोहित शर्मा, विराट कोहली और सूर्यकुमार यादव में से कौन अच्छा बल्लेबाज है?
अपनी कीमती राय हमें नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके जरूर बताइएगा। तो चलिए अब आपका ज्यादा समय ना लेते हुए शुरू करते हैं वीडियो। दोस्तो जैसा कि आप सभी तो जानते हैं कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहला टी ट्वंटी मुकाबला खेला जा चुका है।
इस मुकाबले की शुरुआत भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव के टॉस जीतने के साथ हुई और यहां पर ऑस्ट्रेलिया की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए जॉस इंग्लिश के 110 रन, स्टीव स्मिथ के 52 और टिम डेविड के 19 रन की पारी के चलते 208 रन बनाए और भारत के आगे 209 रन का लक्ष्य रखा।
अब दोस्तो जब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की बल्लेबाजी आई तो यहां पर जैसा भुवी जायसवाल और ऋतुराज गायकवाड के रूप में भारत को दो बड़े झटके। मात्र 22 रन के कुल स्कोर पर ही लग गए थे।
फिर ईशान किशन और सूर्यकुमार यादव ने मिलकर तीसरे विकेट के लिए 112 रन की साझेदारी की। इस दौरान ईशान किशन ने 58 रन बनाए तो सूर्यकुमार यादव तो एक छोर संभाले हुए थे, लेकिन सामने उनका साथ कोई भी बल्लेबाज निभा नहीं पा रहा था। सूर्यकुमार
यादव के साथ बल्लेबाजी करने आए तिलक वर्मा भी 12 रन बनाकर चलते बने तो वहीं सूर्यकुमार यादव ने लेकिन भारत को जिताने के लिए कप्तानी पारी खेलते हुए 80 रन जड़े और इस दौरान उन्होंने भारत को लगभग मैच जिता ही दिया था।
लेकिन जब मुकाबला अंतिम ओवर में फंस गया तो यहां पर भारत को जीतने के लिए सात रन की दरकार थी और अंतिम ओवर करवाने के लिए शॉन एबॉट आए हुए थे। लेकिन रिंकू सिंह ने उनकी पहली गेंद पर चौका जड़ दिया।
फिर अगली गेंद पर एक लेग बाई का रन भी मिल गया और फिर तीसरी गेंद पर अक्षर पटेल कैच आउट हो गए और भारत के हाथ से यह मुकाबला निकलता चला जा रहा था। लेकिन रिंकू सिंह ने अंतिम। एक गेंद पर जब एक रन की दरकार थी, छक्का जड़कर टीम इंडिया को मैच जिताया और यह मुकाबला भारत के नाम हो सका।
और दोस्तो भारतीय टीम की शानदार जीत के बाद अब एक शून्य से बढ़त भी टीम इंडिया को मिल चुकी है। लेकिन दोस्तो इस मैच को जीताने के बाद रिंकू सिंह की आंखों में आंसू देखे गए। उन्होंने मैच को तो जिता दिया लेकिन वर्ल्ड कप की हार को वह भी भुला नहीं पाए। भले वह वर्ल्ड कप का इस साल हिस्सा नहीं बने हुए थे, लेकिन दोस्तो इसके बावजूद भी रिंकू सिंह ने कहा, मैं जानता हूं कि हमारी यह जीत वर्ल्ड कप में मिली फाइनल हार के बराबर नहीं है। मैं अपने फैन्स के लिए बस इतना ही कर सकता था।
मैं तो बस भारत को जिताने की कोशिश करता हूं। अगर वर्ल्ड कप के मुकाबले में मैं होता तो कतई ऑस्ट्रेलिया की टीम को जीतने न देता, भले मुझे अपनी
जान की बाजी क्यों न लगानी पड़ती। मैं भारत को जिताने के लिए पूरा दम लगा देता, क्योंकि ऐसे मौके हमें बार बार नहीं मिलते। अब चार साल के बाद हमें यह मौका फिर से मिलेगा, लेकिन तब तक मैं कोशिश करूंगा कि वनडे क्रिकेट में भी अपनी जगह को पक्का कर लूं और अगर मैं ऐसा नहीं भी कर पाता हूं तो अपना पूरा योगदान टीम इंडिया के लिए दूंगा और अंतिम सांस तक भारत के लिए मैच जिताता रहूंगा।
आज का मुकाबला मुझे किसी भी हाल में जीतना था क्योंकि मैंने मन में ठान रखा था कि मुझे ऑस्ट्रेलिया की टीम से बदला लेना है। हालांकि यह बदला इतना बड़ा नहीं है। अब ऑस्ट्रेलिया की टीम को फाइनल में हराकर उसे अपना बदला वर्ल्ड कप का पूरा करना पड़ेगा। लेकिन मैं यह भी चाहता हूं कि अगर इस बार वर्ल्ड कप का फाइनल मैच दोबारा हुआ तो मुझे टीम में जरूर जगह मिले।
तब मैं ऑस्ट्रेलिया को जीतने नहीं दूंगा। तो दोस्तों यहां पर रिंकू सिंह ने तो ऐसा बयान देकर लाखों करोड़ों हिन्दुस्तानियों का दिल जीत लिया लेकिन अब आप क्या मानते हैं कि रिंकू सिंह जो कह रहे हैं वह सही है?
क्या रिंकू सिंह को वनडे में भी शामिल कर लेना चाहिए? टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा को अपनी कीमती राय हमें नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके जरूर बताइएगा।